Indian Constitution and Its Major Sources
भारतीय संविधान [Indian Constitution]
आज हम Political Science विषय के बारे में पढ़ने वाले है। Political Science का मतलब राजनीति विज्ञान होता है अतः इसमें हम राजनीति से संबंधित सभी विषयों के बारे में पढ़ते हैं। राजनीति सभी देश के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसके द्वारा ही किसी देश को चला जाता है। इसके अन्तर्गत ही हर देश का एक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और देश को चलाने वाले अन्य लोग आते हैं।
अतः Political Science एक ऐसा विषय है जिससे परीक्षा में कई तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं और जो की UPSC जैसी बड़े Competitive Exams के लिए एक महत्वपूर्ण विषय होता है। अगर आप किसी भी Civil Services की तैयारी करते हैं तो यह विषय आपके लिए बहुत ही उपयोगी होता है। इसलिए हमारा आज का टॉपिक Political Science से संबंधित है जो कि शुरू होता है संविधान से।
संविधान क्या है? (What is Constitution?)
दुनिया में जितने भी देश हैं उन देशों का अपना अपना संविधान है। वैसे तो संविधान मूल रूप से लिखित दस्तावेज होता है परंतु किसी-किसी देश का संविधान लिखित संविधान है तो किसी-किसी देश का संविधान लिखित नहीं है।
जैसे अमेरिका (USA) का संविधान विश्व का पहला लिखित संविधान है जबकि ब्रिटेन (Britain) का संविधान लिखित संविधान नहीं है। भारत (India) का संविधान दुनिया के अन्य किसी भी संविधान से सबसे लंबा और लिखित संविधान है जबकि मोनाको (Monaco) का संविधान दुनिया का सबसे छोटा है।
संविधान उन नियमों और कानूनों का संग्रह होता है जिसके द्वारा किसी देश का शासन चलाया जाता है। संविधान के अंतर्गत ही सरकार के तीन अंग व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका आते हैं जो देश के संचालन की सबसे महत्वपूर्ण एवं बड़ी शक्ति है।
संविधान सरकार की शक्ति का स्त्रोत होती है और संविधान ही यह निर्धारित करती है कि नागरिक और सरकार के बीच क्या संबंध है। संविधान ही सरकार को शक्ति देती है और उनकी शक्तियों को निर्धारित एवं नियंत्रित करती है। संविधान के द्वारा ही किसी देश को चलाया जाता हैं।
संविधान में उन नियमों और कानूनों को संग्रहित किया गया है जिसके द्वारा किसी देश को अच्छे से चलाया जा सके और जिसके द्वारा एक विकसित देश बनाया जा सके। संविधान अपने देश के नागरिकों को नागरिकता प्रदान करती है और उन्हें जीवन जीने के लिए अनिवार्य मौलिक अधिकारों को प्रदान करती है।
संविधान ही यह निर्धारित करती है कि सरकार और नागरिकों के बीच किस तरह का संबंध होगा तथा नागरिकों को किस प्रकार के अधिकार दिए जाने चाहिए जिससे वह अपना विकास कर सके। इसके साथ ही संविधान राज्यों के संबंध में भी नियमों और कानूनों के बारे में बताती है।
वह राज्य के लिए ऐसे नियम एवं कानून बताती है जिसके द्वारा एक लोक कल्याणकारी राज्य (welfare state) की स्थापना हो सके। हर देश का संविधान अपने देश के विकास के लिए बहुत ही आवश्यक होता है।
भारत का संविधान देश का सर्वोच्च कानून है और जिसके बिना देश का विकास नहीं हो सकता। भारतीय संविधान को लिखने में डॉ० भीमराव अंबेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भारत में प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस [Constitution Day] मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन वर्ष 1949 में संविधान को अंगीकृत किया गया था तथा बाद में 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया था। भारत के संविधान में मूल रूप से 395 अनुच्छेद (395 Article), 12 अनुसूचियां (12 Schedule) और 22 भाग (22 Parts) हैं। भारत के संविधान को बनने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था।
क्योंकि भारत का संविधान दुनिया के अन्य किसी भी संविधान से सबसे बड़ा और लिखित संविधान है अतः इसे बनाने के लिए संविधान निर्माताओं ने विभिन्न देशों की महत्वपूर्ण बातों को संविधान में समावेश किया है। उन्होंने विभिन्न देशों के संविधान की सहायता से अपने संविधान का निर्माण किया।
भारतीय संविधान के स्त्रोत [Sources of Indian Constitution]
भारत के संविधान के निर्माण में निम्न देशों के संविधान से सहायता ली गई है –
संयुक्त राज्य अमेरिका (United State of America)
● उद्देशिका का विचार
● मौलिक अधिकार
● न्यायिक पुनरावलोकन
● संविधान की सर्वोच्चता
● न्यायपालिका की स्वतंत्रता
● राष्ट्रपति पर महाभियोग
● उपराष्ट्रपति के पद
● उच्चतम एवं उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों को हटाने की विधि
● वित्तीय आपात
ब्रिटेन (Britain)
● संसदीय शासन प्रणाली
● विधि का शासन
● मंत्रिमंडलीय प्रणाली
● एकल नागरिकता
● द्विसदनीय प्रणाली
● विधायी प्रक्रिया
● संसदीय विशेषाधिकार
● परमाधिकार लेख
आयरलैंड (Ireland)
● नीति निर्देशक सिद्धांत
● राष्ट्रपति की निर्वाचन पद्धति
● राज्यसभा में राष्ट्रपति द्वारा सदस्यों का नामांकन/ मनोनीत किया जाना
कनाडा (Canada)
● संघात्मक विशेषताएं
● अवशिष्ट शक्तियां केंद्र में निहित
● केंद्र द्वारा राज्यपालों की नियुक्ति
● उच्चतम न्यायालय का परामर्शी न्याय निर्णयन
● संघ एवं राज्य के बीच शक्ति विभाजन
ऑस्ट्रेलिया (Australia)
● प्रस्तावना की भाषा
● समवर्ती सूची का प्रावधान
● केंद्र एवं राज्य के बीच संबंध तथा शक्तियों का विभाजन
● संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक
● व्यापार
● वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता
जर्मनी (Germany)
● आपातकाल के प्रवर्तन के दौरान राष्ट्रपति को मौलिक अधिकार संबंधी शक्तियां
दक्षिण अफ्रीका (South Africa)
● संविधान संशोधन प्रक्रिया
● राज्यसभा के सदस्यों का निर्वाचन
रूस (Russia)
● मौलिक कर्तव्य
● प्रस्तावना में न्याय (सामाजिक आर्थिक राजनीतिक)
जापान (Japan)
● विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया
फ्रांस (France)
● गणतंत्रात्मक
● प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्श
तो दोस्तों आज हमने ये पढ़ा है की संविधान क्या होता है और हमारा संविधान यानि की भारत का संविधान कहां से लिया गया है और आगे के पोस्ट में हम जानेंगे की संविधान सभा क्या है और इसका गठन कैसे हुआ। तब तक के लिए आप इसे पढ़कर अपनी तैयारी को पूरा कर लें जिससे की आपको कोई भी दिक्कत ना हो किसी भी परीक्षा में।
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